Streetwear vs Premium Luxe: Amazon Fashion’s Nikhil Sinha Explains What’s Driving Indian Style Today
Amazon Fashion के निदेशक निखिल सिन्हा बताते हैं कि कैसे Gen Z और 'प्रीमियमाइज़ेशन' की बढ़ती लहर भारतीय फैशन को दो विपरीत, लेकिन शक्तिशाली धाराओं - स्ट्रीटवियर और प्रीमियम लक्स - में चला रही है।
✅ लेखक की विशेषज्ञता और सत्यापन
लेखक: सरोज यादव | दिनांक: 08 दिसंबर 2025
यह रिपोर्ट भारत और वैश्विक फैशन ट्रेंड्स के गहन विश्लेषण पर आधारित है। और फैशन जर्नलिज़्म और स्टाइलिंग में 5+ वर्षों के अनुभव के आधार पर लिखी गई है, जो लेख की सटीकता और प्रामाणिकता (E-A-T) सुनिश्चित करती है।
भारतीय फैशन परिदृश्य आज एक रोमांचक मोड़ पर खड़ा है। यह अब सिर्फ त्योहारों या पारंपरिक परिधानों तक सीमित नहीं है, बल्कि एक गतिशील, दो-तरफा सड़क बन गया है। इस सड़क के एक छोर पर 'स्ट्रीटवियर' का विद्रोह है, जो Gen Z द्वारा संचालित है। दूसरी ओर, 'प्रीमियम लक्स' की समझदारी है, जो क्वालिटी और दीर्घकालिक निवेश पर जोर देती है।
Amazon Fashion के निदेशक, निखिल सिन्हा, इस बदलते दौर को न केवल देख रहे हैं, बल्कि इसे डेटा और इनोवेशन के माध्यम से आकार भी दे रहे हैं। उनके अनुसार, ये दोनों धाराएँ भारतीय स्टाइल की दिशा तय कर रही हैं।
️ Gen Z का फैशन एजेंडा: 'स्ट्रीट-कोर' और 'SERVE'
निखिल सिन्हा बताते हैं कि भारत में फैशन का सबसे बड़ा बदलाव Gen Z (1997 से 2012 के बीच जन्मे) द्वारा लाया जा रहा है। ये उपभोक्ता फैशन को अपनी पहचान और व्यक्तित्व को व्यक्त करने का एक शक्तिशाली माध्यम मानते हैं। वे न केवल ब्रांडेड कपड़ों की तलाश में हैं, बल्कि एक संपूर्ण 'एस्थेटिक' (सौंदर्यबोध) चाहते हैं जो उनके सोशल मीडिया फ़ीड से मेल खाए।
Amazon Fashion ने इस ज़रूरत को समझते हुए 'SERVE' नामक एक समर्पित Gen Z स्टोरफ्रंट लॉन्च किया है। SERVE सिर्फ कपड़े नहीं बेचता; यह Gen Z के ट्रेंड्स को एक साथ क्यूरेट करता है। सिन्हा बताते हैं, "SERVE उन ट्रेंड्स को स्पॉटलाइट करता है जिनकी ओर Gen Z आकर्षित होता है: ओवरसाइज़्ड सिल्हूट, कार्गो और पैराशूट पैंट, स्टैक्ड स्नीकर्स, स्पोर्टी को-ऑर्ड्स, ग्राफिक टीज़, और Y2K-प्रेरित एक्सेसरीज़।"
SERVE की सफलता भारत के टियर-टू और टियर-थ्री शहरों में 40% की YoY ग्रोथ (वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि) के साथ आई है। यह आंकड़ा स्पष्ट करता है कि स्ट्रीटवियर अब केवल मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं है। बल्कि, यह किफायती और ट्रेंडी फैशन को पूरे देश में लोकतांत्रिक बना रहा है।
सिन्हा का नज़रिया: "Gen Z ट्रेंड-फॉरवर्ड फैशन के साथ प्रयोग करने में सबसे आगे हैं, लेकिन वे सामर्थ्य (affordability) को भी महत्व देते हैं। स्ट्रीटवियर उन्हें खुद को अभिव्यक्त करने की आज़ादी देता है, बिना बैंक तोड़े।"
प्रीमियम लक्स की बढ़ती मांग: क्वालिटी में निवेश
स्ट्रीटवियर की ट्रेंडी लहर के विपरीत, भारतीय उपभोक्ता फैशन के दूसरे छोर पर भी महत्वपूर्ण निवेश कर रहे हैं: प्रीमियम लक्स। सिन्हा बताते हैं कि हाल के वर्षों में प्रीमियम फैशन और ब्यूटी प्रोडक्ट्स की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
यह बदलाव केवल अधिक खर्च करने से संबंधित नहीं है; यह 'माइन्डफुल कंजम्प्शन' (सचेत उपभोग) को दर्शाता है। उपभोक्ता अब ऐसी वस्तुओं की तलाश में हैं जो न केवल शानदार दिखें, बल्कि लंबी चलें, बेहतर डिज़ाइन और गुणवत्ता वाली हों। इसे Amazon Fashion 'प्रीमियमाइज़ेशन' कहता है।
इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, Amazon Fashion ने 'द प्रीमियम एडिट' नामक एक क्यूरेटेड डेस्टिनेशन बनाया है, जिसमें 650 से अधिक प्रीमियम अंतर्राष्ट्रीय और 'इंडी-लक्स' (भारतीय लक्ज़री) ब्रांड शामिल हैं।
प्रीमियम ग्रोथ डेटा:
- प्रीमियम सेगमेंट में 45% की YoY ग्रोथ दर्ज की गई है।
- ब्यूटी सेगमेंट में, प्रीमियम प्रोडक्ट्स 50% से अधिक की ईयर-टू-डेट ग्रोथ देख रहे हैं, जो उच्च-प्रदर्शन वाले, विज्ञान-समर्थित (science-backed) उत्पादों की ओर झुकाव को दर्शाता है।
निखिल सिन्हा के अनुसार, "उपभोक्ता अब मौसमी ट्रेंड्स के साथ-साथ टिकाऊ और लंबे समय तक चलने वाले वार्डरोब स्टेपल्स (staples) का मिश्रण चाहते हैं। यह प्रयोग और सोचे-समझे निवेश के बीच एक संतुलन को दर्शाता है।"
欄 दोनों धाराओं का विलय: संतुलन ही नई शैली है
स्ट्रीटवियर (तेज, ट्रेंडी, Y2K सिल्हूट्स) और प्रीमियम लक्स (उच्च गुणवत्ता, कालातीत डिज़ाइन) भले ही विपरीत ध्रुव लगें, लेकिन निखिल सिन्हा बताते हैं कि भारतीय उपभोक्ता अब इन दोनों के बीच संतुलन साध रहा है।
वे सस्ते और ट्रेंडी स्ट्रीटवियर पीस को प्रीमियम एक्सेसरीज़ या जूते के साथ मिलाते हैं, जिससे एक व्यक्तिगत और उच्च-प्रभाव वाला लुक बनता है। यह 'हाई-लो मिक्सिंग' की कला है, जहाँ एक ग्राफिक टी-शर्ट को एक लक्ज़री लेदर बैग या डिजाइनर स्नीकर्स के साथ पहना जाता है।
स्टाइल को चलाने वाले मुख्य कारक:
- ट्रेंड-लेड क्यूरेशन: ग्राहकों का तेज़ी से बदलते 'माइक्रो-ट्रेंड्स' (जैसे ओवरसाइज़्ड फिट्स) के प्रति आकर्षण।
- पर्सनलाइज़ेशन: Gen Z द्वारा व्यक्तिगत और विशिष्ट शैली की मांग, जिसे Amazon जैसे प्लेटफॉर्म पर क्यूरेटेड स्टोरफ्रंट्स (SERVE) पूरा करते हैं।
- कन्विनियंस: Amazon की 4 लाख से अधिक शैलियों पर 'सेम-डे डिलीवरी' जैसी सुविधाएं, जो शॉपिंग को सहज बनाती हैं।
- गुणवत्ता आश्वासन: 'द प्रीमियम एडिट' के माध्यम से ब्रांड की प्रामाणिकता और गुणवत्ता पर भरोसा।
निष्कर्ष: भारत का फैशन भविष्य
निखिल सिन्हा के विश्लेषण से यह स्पष्ट है कि भारतीय फैशन का भविष्य दो मुख्य स्तंभों पर टिका है: युवा-नेतृत्व वाला प्रयोग और गुणवत्ता-केंद्रित निवेश।
स्ट्रीटवियर ने भारत में फैशन को लोकतांत्रिक बनाया है, इसे अधिक सुलभ और आत्म-अभिव्यक्ति पर केंद्रित किया है। दूसरी ओर, प्रीमियम लक्स की बढ़ती मांग एक परिपक्व बाज़ार का संकेत है जो क्षणिक संतुष्टि के बजाय दीर्घकालिक मूल्य और शिल्प कौशल को महत्व देता है।
Amazon Fashion, अपने डेटा-संचालित इनसाइट्स और क्यूरेटेड अनुभवों के माध्यम से, इन दोनों मांगों को एक ही प्लेटफॉर्म पर पूरा कर रहा है। यह प्रवृत्ति न केवल भारत के ड्रेसिंग के तरीके को बदल रही है, बल्कि यह भी बता रही है कि भविष्य का फैशन बहुमुखी, जागरूक और अविश्वसनीय रूप से व्यक्तिगत होने वाला है।
